VMOU MAED-05 Paper BA 1st Year ; vmou exam paper

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VMOU MA 2nd Year के लिए MA EDUCATION ( MAED-05 ,कंप्युटर शिक्षा ) का पेपर उत्तर सहित दे रखा हैं जो जो महत्वपूर्ण प्रश्न हैं जो परीक्षा में आएंगे उन सभी को शामिल किया गया है आगे इसमे पेपर के खंड वाइज़ प्रश्न दे रखे हैं जिस भी प्रश्नों का उत्तर देखना हैं उस पर Click करे –

Section-A

प्रश्न-1.तीन सर्च इंजनों के नाम लिखिए

उत्तर:- Google, Bing, Yahoo

प्रश्न-2.RAM के दो कार्यों को लिखिए।

उत्तर:- डेटा और प्रोग्राम को अस्थायी रूप से संग्रहित करना।

CPU को तेजी से डेटा एक्सेस प्रदान करना।

(जिस भी प्रश्न का उत्तर देखना हैं उस पर क्लिक करे)

प्रश्न-3.URL क्या है ?

उत्तर:- URL (Uniform Resource Locator) किसी वेबसाइट या वेब पेज का पता होता है, जिससे इंटरनेट पर उसे एक्सेस किया जाता है।

प्रश्न-4. दो अनुप्रयोग सॉफ्टवेयरों के नाम लिखिए।

उत्तर:- MS Word, Excel, Adobe Photoshop, Tally

प्रश्न-5 MAN का पूरा नाम लिखिए।

उत्तर:- Metropolitan Area Network

प्रश्न-6 GUI से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर:- GUI (Graphical User Interface) वह इंटरफेस है जिसमें यूजर आइकन, बटन आदि के माध्यम से कंप्यूटर से संवाद करता है।

प्रश्न-7 CAI के तीन लाभों का उल्लेख कीजिए।

उत्तर:- आत्मगति से सीखने की सुविधा। आकर्षक मल्टीमीडिया कंटेंट। व्यक्तिगत फीडबैक प्रणाली।

प्रश्न-8.तीन वेब ब्राउज़र के नाम लिखिए।

उत्तर:- Google Chrome, Mozilla Firefox, Microsoft Edge।

प्रश्न-9. EPROM का विस्तृत रूप लिखिए।

उत्तर:- EPROM – Erasable Programmable Read Only Memory

प्रश्न-10. द्वितीयक सूचना संग्रहण उपकरण के दो उदाहरण लिखिए।

उत्तर:- हार्ड डिस्क (HDD), पेन ड्राइव (Pen Drive)।

प्रश्न-11. PDA से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:- PDA (Personal Digital Assistant) एक छोटा पोर्टेबल डिवाइस होता है, जिसका उपयोग शेड्यूलिंग, नोट्स, ईमेल और इंटरनेट एक्सेस के लिए किया जाता है।

प्रश्न-12. कम्प्यूटर की कार्यात्मक इकाइयों के प्रकार बताइए।

उत्तर:-कंप्यूटर की मुख्य कार्यात्मक इकाइयाँ हैं: इनपुट यूनिट, आउटपुट यूनिट, मेमोरी यूनिट, और सीपीयू (कंट्रोल यूनिट + ALU)।

प्रश्न-13. ब्राउजर की दो उपयोगिताएँ लिखिए।

उत्तर:- वेब पेज देखने की सुविधा प्रदान करता है।

इंटरनेट से डेटा डाउनलोड करने में सहायक होता है।

प्रश्न-14. ROM क्या है?

उत्तर:- ROM (Read Only Memory) एक स्थायी मेमोरी है जिसमें डेटा स्थायी रूप से संग्रहित रहता है और यह केवल पढ़ी जा सकती है।

प्रश्न-15. ISP क्या है?

उत्तर:- ISP (Internet Service Provider) वह कंपनी या संस्था है जो इंटरनेट कनेक्शन की सेवा प्रदान करती है।

प्रश्न-16.दो सिस्टम सॉफ़्टवेयर के नाम लिखिए।

उत्तर:- Windows Operating System

Linux Operating System

प्रश्न-17. WAN का पूरा नाम लिखिए।

उत्तर:- WAN: Wide Area Network

प्रश्न-18. माइक्रो कम्प्यूटर क्या है?

उत्तर:- माइक्रो कंप्यूटर एक छोटा, कम लागत वाला कंप्यूटर होता है, जिसे व्यक्तिगत उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है, जैसे- डेस्कटॉप और लैपटॉप।

प्रश्न-19. फॉण्ट को बोल्ड करने के लिए प्रयुक्त शॉर्टकट कुंजी लिखिए।

उत्तर:- Ctrl + B

प्रश्न-20. PROM का विस्तृत रूप लिखिए।

उत्तर:- Programmable Read Only Memory

प्रश्न-21. रियल टाइम सिस्टम से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:- रियल टाइम सिस्टम वे कंप्यूटर सिस्टम होते हैं जो इनपुट के तुरंत बाद आउटपुट प्रदान करते हैं, जैसे एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम।

प्रश्न-22. OCR को किस कार्य के लिए प्रयोग किया जाता है?

उत्तर:- OCR (Optical Character Recognition) का उपयोग छपे या स्कैन किए गए टेक्स्ट को डिजिटल टेक्स्ट में बदलने के लिए किया जाता है।

प्रश्न-23. कम्प्यूटर की कोई एक क्षमता लिखिए।

उत्तर:-कम्प्यूटर गणना कार्यों को तीव्र गति और उच्च सटीकता से करने में सक्षम होता है।

प्रश्न-23. लाईट पेन का कोई एक उपयोग लिखिए।

उत्तर:- लाईट पेन का उपयोग स्क्रीन पर चित्र बनाने या वस्तुओं का चयन करने के लिए किया जाता है।

प्रश्न-24. CD तथा DVD का पूरा नाम लिखिए।

उत्तर:- CD – कॉम्पैक्ट डिस्क
DVD – डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क

प्रश्न-25. CPU का कोई एक कार्य लिखिए।

उत्तर:-CPU डाटा को प्रोसेस करता है और आवश्यकतानुसार परिणाम उत्पन्न करता है।

प्रश्न-26. एमएस वर्ड में किसी आइटम को एक स्थान से हटाकर दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए किस शॉर्टकट कुँजी का उपयोग किया जाता है ?

उत्तर:- Ctrl + X (कट के लिए प्रयुक्त होता है)

प्रश्न-27. नोटपैड और वर्डपैड में कोई एक अन्तर लिखिए।

उत्तर:- नोटपैड केवल साधारण टेक्स्ट को सपोर्ट करता है जबकि वर्डपैड फॉर्मेटिंग व इमेज जैसी सुविधाएँ देता है।

प्रश्न-28. BIOS का पूरा नाम लिखिए।

उत्तर:- Basic Input Output System

प्रश्न-29. वर्डपैड की किन्हीं दो विशेषताओं को लिखिए।

उत्तर:- टेक्स्ट को फॉर्मेट करने की सुविधा देता है।

चित्र और लिंक जोड़ने की सुविधा होती है।

प्रश्न-30. दो प्रकार के सिस्टम उपकरणों के नाम लिखिए।

उत्तर:- Disk Cleanup , Disk Defragmenter

प्रश्न-31. दूरस्थ शिक्षा को परिभाषित कीजिए।

उत्तर:- वह शिक्षा प्रणाली जिसमें विद्यार्थी शिक्षक से दूर रहकर पत्र, ऑडियो-विजुअल या ऑनलाइन माध्यम से अध्ययन करते हैं, दूरस्थ शिक्षा कहलाती है।

प्रश्न-32. MS Word में फॉण्ट का आकार बढ़ाने के लिए प्रयुक्त शॉर्टकट कुंजी लिखिए।

उत्तर:- Ctrl + Shift + >

प्रश्न-33. MAN का विस्तृत रूप लिखिए।

उत्तर:- Metropolitan Area Network

प्रश्न-34. MICR का विस्तृत रूप लिखिए।

उत्तर:- Magnetic Ink Character Recognition

प्रश्न-35. PDAs के दो लाभ लिखिए।

उत्तर:- मोबाइल कार्यशीलता, व्यक्तिगत जानकारी का प्रबंधन

प्रश्न-36. रियल टाइम सिस्टम से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:-रियल टाइम सिस्टम ऐसा कंप्यूटर सिस्टम होता है जो इनपुट प्राप्त होते ही तुरंत आउटपुट प्रदान करता है।

प्रश्न-37. DOS में DELTREE कमांड का क्या अर्थ है?

उत्तर:- DELTREE कमांड का प्रयोग पूरी डायरेक्टरी और उसके सबफोल्डर्स को हटाने के लिए किया जाता है।

प्रश्न-38. Email पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

उत्तर:- Email एक इलेक्ट्रॉनिक संदेश सेवा है जिसके माध्यम से इंटरनेट पर संदेश, फ़ाइलें और दस्तावेज़ भेजे जाते हैं।

प्रश्न-39. CBT को परिभाषित कीजिए।

उत्तर:- CBT (Computer Based Training) एक शिक्षण प्रणाली है जिसमें कंप्यूटर के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाता है।

प्रश्न-40.सर्च इंजन की दो उपयोगिताएँ लिखिए।

उत्तर:- जानकारी खोजने में सहायता करता है।, वेबसाइट तक पहुँचने का माध्यम है।

प्रश्न-41. डेस्कटॉप के दो लाभ लिखिए।

उत्तर:- उच्च संग्रहण क्षमता।

बड़ी स्क्रीन और बेहतर प्रदर्शन।

प्रश्न-42. MS Word में Ctrl+Y का क्या कार्य है?

उत्तर:- Ctrl+Y कमांड का उपयोग “Redo” (पुनः क्रिया करना) के लिए किया जाता है।

प्रश्न-43. MS Word 2007 में ‘Insert Citation’ किस टैब में उपलब्ध है?

उत्तर:- ‘Insert Citation’ विकल्प References टैब में उपलब्ध होता है।

प्रश्न-44. ALU से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:- ALU (Arithmetic Logic Unit) एक यूनिट है जो गणितीय और तर्कीय क्रियाओं को निष्पादित करता है

प्रश्न-45. प्रोसेसर के तीन कार्यों का उल्लेख कीजिए।

उत्तर:- डेटा प्रोसेस करना , निर्देशों की व्याख्या करना , इनपुट/आउटपुट नियंत्रण

Section-B

प्रश्न-1.डिस्क डीफ्रैगमेंटर के कार्यों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए

उत्तर:- डिस्क डीफ्रैगमेंटर एक यूटिलिटी सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग हार्ड डिस्क में बिखरे हुए डेटा को क्रमबद्ध करने के लिए किया जाता है। जब हम कंप्यूटर में फाइलें बनाते, हटाते या एडिट करते हैं, तो डेटा हार्ड डिस्क में असंगठित रूप से बिखर जाता है, जिससे सिस्टम की गति धीमी हो जाती है। डीफ्रैगमेंटर इन बिखरे डेटा ब्लॉकों को फिर से संगठित करके उन्हें एक क्रम में रखता है। इससे कंप्यूटर की फाइल एक्सेस करने की गति बढ़ जाती है और सिस्टम प्रदर्शन में सुधार होता है। इसके अतिरिक्त, यह हार्ड डिस्क के जीवनकाल को बढ़ाता है और स्टोरेज स्पेस का कुशलता से उपयोग सुनिश्चित करता है।

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प्रश्न-2.सर्च इंजन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

उत्तर:- सर्च इंजन एक विशेष प्रकार का सॉफ्टवेयर है जो इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी को खोजने में सहायता करता है। यह वेब क्रॉलर या बोट के माध्यम से वेब पेजों को स्कैन करता है और उपयोगकर्ता द्वारा डाले गए कीवर्ड के आधार पर संबंधित परिणाम दिखाता है। लोकप्रिय सर्च इंजन जैसे Google, Bing और Yahoo इंटरनेट ब्राउज़िंग को आसान और प्रभावी बनाते हैं। इनका उपयोग विषयवस्तु, चित्र, वीडियो, समाचार और विभिन्न वेबसाइटों को खोजने के लिए किया जाता है। सर्च इंजन ज्ञान के विशाल समुद्र को कुछ ही क्षणों में उपयोगकर्ता के सामने प्रस्तुत करता है।

प्रश्न-3.मल्टीमीडिया आधारित दूरस्थ शिक्षा पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

उत्तर:- मल्टीमीडिया आधारित दूरस्थ शिक्षा वह शिक्षा प्रणाली है जिसमें टेक्स्ट, ऑडियो, वीडियो, ग्राफिक्स, एनीमेशन आदि के माध्यम से ज्ञान प्रदान किया जाता है। यह इंटरनेट, सीडी, ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म आदि पर आधारित हो सकती है। यह छात्रों को किसी भी स्थान और समय पर अध्ययन करने की सुविधा देती है। इसमें वीडियो लेक्चर, ऑनलाइन क्विज़, इंटरैक्टिव असाइनमेंट और लाइव सेशन्स सम्मिलित होते हैं। यह शिक्षा का लचीलापन बढ़ाती है और शिक्षकों तथा छात्रों के बीच संवाद की सुविधा प्रदान करती है। IGNOU, NIOS जैसी संस्थाएं इस प्रणाली का उपयोग करती हैं।

प्रश्न-4.(Input Devices): किन्हीं पाँच इनपुट उपकरणों के कार्यों का वर्णन कीजिए।

उत्तर:- कीबोर्ड: टेक्स्ट और कमांड इनपुट करने के लिए।

माउस: स्क्रीन पर ऑब्जेक्ट को क्लिक, ड्रैग या ओपन करने के लिए।

स्कैनर: छवि या दस्तावेज़ को डिजिटल रूप में बदलने के लिए।

माइक्रोफोन: ध्वनि इनपुट के लिए।

वेबकैम: वीडियो इनपुट के लिए उपयोग होता है।

प्रश्न-5.मॉनीटर के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।

उत्तर:- मॉनिटर एक आउटपुट डिवाइस है जो कंप्यूटर से प्राप्त जानकारी को दृश्य रूप में प्रदर्शित करता है। इसके विभिन्न प्रकार निम्नलिखित हैं:

Touch Screen मॉनीटर: इनपुट और आउटपुट दोनों कार्य करने वाले मॉनीटर, जैसे मोबाइल या टैबलेट स्क्रीन।

CRT मॉनीटर (Cathode Ray Tube): पुराने प्रकार का भारी मॉनीटर जो कैथोड रे तकनीक पर आधारित होता है।

LCD मॉनीटर (Liquid Crystal Display): पतले, हल्के और ऊर्जा-कुशल मॉनीटर जो आज सबसे अधिक प्रयोग होते हैं।

LED मॉनीटर (Light Emitting Diode): LCD से अधिक स्पष्टता और ऊर्जा दक्षता वाले मॉनीटर, आजकल प्रचलन में हैं।

OLED मॉनीटर (Organic LED): अत्यधिक स्पष्ट और लचीले मॉनीटर, लेकिन महंगे होते हैं।

प्रश्न-6. स्प्रेडशीट की क्या उपयोगिताएँ हैं ?

उत्तर:- स्प्रेडशीट, जैसे Microsoft Excel या Google Sheets, संख्यात्मक डेटा के प्रबंधन, विश्लेषण और प्रस्तुति के लिए उपयोग में लाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर है। इसकी मुख्य उपयोगिताएँ इस प्रकार हैं:

  • डाटा को फिल्टर व सॉर्ट करना – डेटा को श्रेणीबद्ध और क्रमबद्ध किया जा सकता है।
  • डेटा प्रविष्टि और गणना – सूत्रों और कार्यों की सहायता से जटिल गणनाएं की जा सकती हैं।
  • डेटा विश्लेषण – ग्राफ और चार्ट की मदद से डेटा का विश्लेषण करना आसान होता है।
  • बजट बनाना – व्यक्ति या संस्थान अपने वार्षिक या मासिक बजट की योजना बना सकते हैं।
  • रिपोर्ट बनाना – कंपनियाँ रिपोर्ट्स और टाइम टेबल्स तैयार कर सकती हैं।
प्रश्न-7.कम्प्यूटर की विभिन्न स्मृतियों की व्याख्या कीजिए।

उत्तर:- कंप्यूटर की स्मृति (Memory) को दो भागों में विभाजित किया जाता है:

  1. प्राथमिक स्मृति (Primary Memory):

RAM (Random Access Memory): अस्थायी स्मृति जिसमें वर्तमान में उपयोग हो रही सूचना संग्रहीत होती है।

ROM (Read Only Memory): स्थायी स्मृति जिसमें प्रारंभिक निर्देश संग्रहित होते हैं।

  1. द्वितीयक स्मृति (Secondary Memory):

HDD, SSD, Pen Drive, CD/DVD – ये दीर्घकालिक डेटा संग्रहण के लिए उपयोग होते हैं।

वर्चुअल मेमोरी: RAM कम पड़ने पर हार्ड डिस्क के हिस्से को RAM की तरह उपयोग किया जाता है।

कैश मेमोरी: यह CPU और RAM के बीच स्थित होती है और डेटा तेजी से उपलब्ध कराती है।

प्रश्न-8.. HDD के विभिन्न कार्यों को संक्षेप में लिखिए।

उत्तर:-HDD (Hard Disk Drive) कंप्यूटर की मुख्य स्टोरेज डिवाइस होती है। इसके प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं:

डेटा संग्रहण – यह ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ्टवेयर, फाइलें और दस्तावेज़ संग्रहित करती है।

डेटा पुनःप्राप्ति – जब आवश्यकता होती है, तो यह संग्रहित जानकारी को शीघ्र उपलब्ध कराती है।

बैकअप – डेटा का बैकअप स्टोर किया जाता है ताकि आपातकाल में जानकारी सुरक्षित रहे।

स्वचालित सेविंग – उपयोगकर्ता की गतिविधियों के अनुसार ऑटो-सेव कार्य करती है।
HDD कंप्यूटर की स्मृति का स्थायी अंग होती है, जो बिना बिजली के भी जानकारी को सुरक्षित रखती है।

प्रश्न-9. वर्ड प्रोसेसिंग की मुख्य विशेषताओं को लिखिए।

उत्तर:-वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग लिखित सामग्री को तैयार करने, संपादित करने, स्वरूपित करने और प्रिंट करने के लिए किया जाता है। इसके मुख्य फीचर्स निम्नलिखित हैं:

  1. टेक्स्ट एडिटिंग: टाइप किए गए शब्दों को हटाना, जोड़ना, कॉपी-पेस्ट करना आसान होता है।
  2. स्वरूपण (Formatting): टेक्स्ट को बोल्ड, इटैलिक, अंडरलाइन करना, फॉन्ट और साइज बदलना संभव है।
  3. स्पेल चेक व ग्रामर चेक: वर्तनी और व्याकरण की गलतियों को स्वतः पहचानता है।
  4. पेज लेआउट: मार्जिन, ओरिएंटेशन, लाइन स्पेसिंग आदि को सेट किया जा सकता है।
  5. टेबल्स और इमेजेस: टेबल और चित्र जोड़कर डॉक्यूमेंट को आकर्षक बनाया जा सकता है।
  6. मल्टीपेज डॉक्यूमेंट: पेज नंबर, हेडर-फुटर, टेबल ऑफ कंटेंट आदि जोड़े जा सकते हैं।
  7. मेल मर्ज: एक ही पत्र को कई लोगों के नाम से भेजा जा सकता है।
  8. फाइंड और रिप्लेस: किसी शब्द को तुरंत खोजना और बदलना संभव होता है।

उपयोग: यह शिक्षा, व्यवसाय, पत्रकारिता, सरकारी कार्यालयों आदि में उपयोगी है।

प्रश्न-10. कम्प्यूटर आधारित प्रशिक्षण की विशेषताओं का विस्तार से वर्णन कीजिए।

उत्तर:- कम्प्यूटर आधारित प्रशिक्षण (Computer Based Training – CBT) एक स्वचालित शिक्षण पद्धति है जिसमें शिक्षण सामग्रियाँ कम्प्यूटर या मल्टीमीडिया के माध्यम से प्रस्तुत की जाती हैं। इसकी विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:

  1. स्वनिर्देशित अध्ययन: विद्यार्थी अपनी गति से सीख सकते हैं।
  2. इंटरएक्टिव शिक्षण: वीडियो, एनिमेशन, क्विज़ और सिमुलेशन का प्रयोग होता है।
  3. व्यक्तिगत फीडबैक: हर उत्तर के अनुसार सही या गलत प्रतिक्रिया दी जाती है।
  4. प्रगति ट्रैकिंग: छात्र की प्रगति को ट्रैक किया जा सकता है।
  5. समय और स्थान से स्वतंत्र: इसे कहीं भी और कभी भी उपयोग किया जा सकता है।
  6. कम लागत: लंबे समय तक उपयोग से लागत में बचत होती है।
  7. पुनरावृत्ति और अभ्यास: पाठों को कई बार दोहराया जा सकता है।
  8. विविधता: विभिन्न शिक्षण शैलियों के लिए अनुकूल सामग्री मिलती है।

निष्कर्ष: CBT शिक्षण को अधिक प्रभावी, लचीला और सहभागी बनाता है।

प्रश्न-11. दूरस्थ शिक्षा में सूचना तकनीक की भूमिका पर प्रकाश डालिए।

उत्तर:- सूचना तकनीक (IT) ने दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। इसके माध्यम से छात्र एवं शिक्षक भौगोलिक सीमाओं से मुक्त होकर शिक्षा प्राप्त और प्रदान कर सकते हैं। मुख्य भूमिकाएँ इस प्रकार हैं:

  1. ऑनलाइन क्लास: वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, वेबिनार से सीधा संवाद संभव है।
  2. ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म: SWAYAM, Moodle, Google Classroom आदि का उपयोग।
  3. ई-मेल एवं सोशल मीडिया: नोट्स और असाइनमेंट भेजना सरल हुआ।
  4. मल्टीमीडिया सामग्री: वीडियो, ऑडियो, पीडीएफ, PPT आदि से शिक्षण रोचक होता है।
  5. ऑनलाइन परीक्षा: टेस्ट और मूल्यांकन ऑनलाइन लिए जा सकते हैं।
  6. मोबाइल शिक्षा: स्मार्टफोन और टैबलेट द्वारा भी अध्ययन संभव है।
  7. क्लाउड स्टोरेज: सामग्री सुरक्षित रहती है और कभी भी एक्सेस की जा सकती है।

निष्कर्ष: सूचना तकनीक ने दूरस्थ शिक्षा को अधिक सुलभ, प्रभावशाली और इंटरएक्टिव बना दिया है।

प्रश्न-12. DOS के फाइल सिस्टम का वर्णन कीजिए।

उत्तर:- DOS (Disk Operating System) एक पुराना लेकिन महत्वपूर्ण ऑपरेटिंग सिस्टम है। इसका फाइल सिस्टम विशेष रूप से FAT (File Allocation Table) पर आधारित होता है। DOS में फाइल सिस्टम की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:

  1. FAT12/FAT16: प्रारंभिक रूप से FAT12, बाद में FAT16 सिस्टम का प्रयोग हुआ।
  2. 8.3 नामकरण नियम: फ़ाइलों के नाम अधिकतम 8 अक्षरों और एक्सटेंशन 3 अक्षरों तक सीमित होते हैं (जैसे: FILE123.TXT)।
  3. डायरेक्टरी संरचना: DOS में मुख्य डायरेक्टरी (Root) से उपडायरेक्टरी तक फाइलें संरचित होती हैं।
  4. कमांड आधारित फाइल प्रबंधन: फाइलें COPY, DEL, REN, DIR जैसे कमांड्स से नियंत्रित होती हैं।
  5. सीरियल स्टोरेज: डेटा एक के बाद एक ब्लॉक्स में स्टोर होता है।
  6. फाइल एक्सटेंशन का महत्व: .exe, .com, .bat जैसे एक्सटेंशन फाइल के प्रकार को दर्शाते हैं।

निष्कर्ष: DOS फाइल सिस्टम सरल लेकिन सीमित क्षमताओं वाला है जो शुरुआती कंप्यूटर ऑपरेशनों के लिए उपयोगी रहा।

प्रश्न-13. ऑपरेटिंग सिस्टम की विभिन्न विशेषताओं का वर्णन कीजिए

उत्तर:- ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) कंप्यूटर सिस्टम का मुख्य सॉफ्टवेयर है जो हार्डवेयर और यूज़र के बीच समन्वय करता है। इसकी मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:

  1. प्रोसेस मैनेजमेंट: यह CPU समय का प्रबंधन करता है और मल्टीटास्किंग को सम्भव बनाता है।
  2. मेमोरी मैनेजमेंट: यह RAM का सही वितरण और नियंत्रण करता है।
  3. फाइल सिस्टम मैनेजमेंट: OS फाइलों के निर्माण, संग्रहण, एक्सेस और डिलीट करने की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है।
  4. डिवाइस मैनेजमेंट: इनपुट/आउटपुट डिवाइसेज को नियंत्रित करता है।
  5. यूज़र इंटरफेस: CLI या GUI के रूप में उपयोगकर्ता से संवाद स्थापित करता है।
  6. सेक्योरिटी मैनेजमेंट: पासवर्ड, यूज़र परमिशन के माध्यम से डेटा को सुरक्षित रखता है।
  7. नेटवर्किंग: नेटवर्क कनेक्शन और डेटा शेयरिंग को सम्भव बनाता है।

निष्कर्ष: ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर को सुचारू, सुरक्षित और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाता है।

प्रश्न-14. मेल मर्ज में उपलब्ध विकल्पों का वर्णन कीजिए।

उत्तर:- मेल मर्ज एक वर्ड प्रोसेसिंग फीचर है जो एक ही पत्र को अलग-अलग नाम, पते आदि के साथ कई लोगों को भेजने की सुविधा देता है। इसके मुख्य विकल्प हैं:

  1. Main Document: यह वह डॉक्यूमेंट होता है जिसमें स्थायी सामग्री होती है, जैसे पत्र का मूल भाग।
  2. Data Source: यह एक्सेल शीट या वर्ड टेबल हो सकती है जिसमें नाम, पता आदि डेटा होता है।
  3. Merge Fields: डॉक्यूमेंट में placeholders जैसे <>, <> जो डेटा सोर्स से जुड़ते हैं।
  4. Preview Results: मेल मर्ज के परिणामों को भेजने से पहले पूर्वावलोकन दिखाता है।
  5. Finish & Merge: सभी मर्ज किए गए पत्रों को एक साथ प्रिंट करने या ईमेल करने की सुविधा देता है।

उपयोग: मेल मर्ज का उपयोग रिपोर्ट कार्ड, निमंत्रण पत्र, बिल आदि भेजने में किया जाता है।

प्रश्न-15. विभिन्न प्रकार के प्रिंटर्स कौन-कौन से हैं ?

उत्तर:- प्रिंटर्स को उनके तकनीकी आधार पर मुख्यतः निम्न प्रकारों में बाँटा जाता है:

लाइन प्रिंटर: एक पंक्ति एक साथ प्रिंट करता है; बड़े पैमाने पर प्रयोग में।

डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर: छोटे सुइयों के समूह से प्रिंट करता है; धीमा लेकिन टिकाऊ।

इंकजेट प्रिंटर: स्याही की बूंदों से चित्र या टेक्स्ट प्रिंट करता है; गुणवत्ता अच्छी होती है।

लेजर प्रिंटर: लेज़र बीम द्वारा पाउडर टोनर से प्रिंट करता है; तेज़ और पेशेवर गुणवत्ता।

थर्मल प्रिंटर: गर्मी द्वारा थर्मल पेपर पर प्रिंट करता है; रसीद प्रिंटिंग में सामान्य।

3D प्रिंटर: प्लास्टिक या अन्य सामग्री से त्रि-आयामी वस्तुएं बनाता है।

प्रश्न-16. Cache Memory के विभिन्न कार्यों का उल्लेख कीजिए।

उत्तर:- कैश मेमोरी उच्च गति की स्मृति होती है जो प्रोसेसर और मुख्य मेमोरी (RAM) के बीच स्थित होती है। इसके कार्य निम्नलिखित हैं:

  1. डेटा एक्सेस की गति बढ़ाना: यह बार-बार उपयोग किए जाने वाले डेटा को स्टोर कर प्रोसेसर को तेज़ी से उपलब्ध कराता है।
  2. CPU लोड कम करना: RAM पर निर्भरता कम कर प्रोसेसर के कार्यभार को घटाता है।
  3. इंटरनल प्रोसेसिंग सुधारना: कैश में संग्रहित निर्देशों के कारण CPU अधिक तेजी से कार्य करता है।
  4. पाइपलाइनिंग सपोर्ट: आधुनिक प्रोसेसरों में कैश, पाइपलाइनिंग प्रक्रिया को सपोर्ट करता है।
  5. डाटा कॉपी: यह RAM से अक्सर इस्तेमाल होने वाले डेटा की कॉपी स्टोर करता है।

कैश मेमोरी, कंप्यूटर की गति और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए एक अनिवार्य घटक है।

प्रश्न-17. वर्चुअल मेमोरी से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:- वर्चुअल मेमोरी कंप्यूटर प्रणाली की एक तकनीक है जिसका उपयोग तब किया जाता है जब मुख्य स्मृति (RAM) अपर्याप्त होती है। यह तकनीक हार्ड डिस्क के एक भाग को अस्थायी RAM के रूप में प्रयोग में लाती है। जब कोई प्रोग्राम या प्रक्रिया RAM में पूरी तरह से नहीं समा पाती, तब ऑपरेटिंग सिस्टम डिस्क के एक भाग को वर्चुअल मेमोरी के रूप में आरक्षित करता है और वहाँ डेटा स्टोर करता है। वर्चुअल मेमोरी का प्रमुख उद्देश्य कंप्यूटर की मल्टीटास्किंग क्षमताओं को बढ़ाना और स्मृति की सीमाओं के बावजूद अनेक कार्यों को सुचारु रूप से चलाना होता है। यह RAM पर बोझ को कम करता है और उपयोगकर्ता को स्मृति की कमी का अहसास नहीं होने देता। हालाँकि, वर्चुअल मेमोरी की गति RAM से धीमी होती है क्योंकि हार्ड डिस्क की स्पीड कम होती है। फिर भी, यह तकनीक आधुनिक कंप्यूटिंग में आवश्यक है, विशेषकर तब जब अनेक भारी प्रोग्राम एक साथ चल रहे हों। Windows, Linux और MacOS जैसे सभी आधुनिक ऑपरेटिंग सिस्टम वर्चुअल मेमोरी का समर्थन करते हैं। यह प्रणाली Paging या Segmentation जैसे तरीकों का उपयोग करती है। कुल मिलाकर, वर्चुअल मेमोरी सिस्टम की दक्षता और स्थिरता को बनाए रखने में सहायक होती है।

प्रश्न-18. पॉवरपॉइन्ट की क्या उपयोगिता है?

उत्तर:- Microsoft PowerPoint एक प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर है जो विशेष रूप से व्याख्यान, मीटिंग, सेमिनार, वर्कशॉप आदि में विचारों को दृश्य रूप में प्रस्तुत करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

मुख्य उपयोगिताएँ:

  1. स्लाइड शो निर्माण: टेक्स्ट, चित्र, वीडियो और ग्राफिक्स के साथ स्लाइड बनाई जाती हैं।
  2. एनिमेशन और ट्रांजिशन: दृश्य प्रभाव डालने के लिए स्लाइड में गति और बदलाव जोड़े जा सकते हैं।
  3. ऑडियो-वीडियो इंटीग्रेशन: मल्टीमीडिया सामग्री को जोड़ा जा सकता है।
  4. प्रशिक्षण और शिक्षण: ई-लर्निंग और क्लासरूम प्रजेंटेशन में सहायक।
  5. समय की बचत: विचारों को संक्षेप में और प्रभावी रूप में प्रस्तुत करने में सहायक।


PowerPoint एक उपयोगी टूल है जो व्यावसायिक, शैक्षणिक और व्यक्तिगत क्षेत्रों में प्रभावशाली प्रस्तुति तैयार करने के लिए अनिवार्य बन चुका है।

प्रश्न-19. विंडोज की विशेषताएँ क्या हैं?

उत्तर:- Windows एक ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे Microsoft कंपनी द्वारा विकसित किया गया है। इसकी कई विशेषताएँ हैं जो इसे उपयोगकर्ता के लिए सरल और सुविधाजनक बनाती हैं।

ग्राफिकल इंटरफेस: Windows आइकन, बटन, मेनू और विंडो के माध्यम से उपयोगकर्ता को विजुअल इंटरफेस प्रदान करता है।

मल्टीटास्किंग: इसमें एक साथ अनेक एप्लिकेशन चलाना संभव है।

Plug and Play: हार्डवेयर को सिस्टम से जोड़ने पर यह स्वतः पहचान कर कार्य करने लगता है।

फाइल मैनेजमेंट: Windows Explorer के माध्यम से उपयोगकर्ता फाइल और फोल्डर का प्रबंधन कर सकता है।

Control Panel: इसमें सिस्टम सेटिंग्स को आसानी से बदला जा सकता है।

Security Features: Windows में पासवर्ड सुरक्षा, फायरवॉल और अपडेट जैसी सुविधाएँ हैं।

Compatibility: यह विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के साथ संगत है।

प्रश्न-20. व्यक्तिगत कम्प्यूटर पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए

उत्तर:-व्यक्तिगत कंप्यूटर (Personal Computer – PC) एक सामान्य उपयोग के लिए विकसित कंप्यूटर है जिसे एक ही व्यक्ति द्वारा संचालित किया जाता है। यह कार्य, शिक्षा, इंटरनेट ब्राउज़िंग, मल्टीमीडिया, गेमिंग आदि उद्देश्यों के लिए प्रयुक्त होता है।

प्रमुख विशेषताएँ:

  1. किफायती और सुगम: इसका मूल्य सामान्य उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त होता है।
  2. कॉन्फिगरेशन: इसमें CPU, RAM, हार्ड डिस्क, मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस आदि शामिल होते हैं।
  3. उपयोग: घर, स्कूल, कॉलेज और कार्यालयों में व्यापक रूप से उपयोग होता है।
  4. सॉफ्टवेयर सपोर्ट: यह विंडोज, लिनक्स, मैक आदि विभिन्न OS पर कार्य कर सकता है।
  5. पोर्टेबिलिटी: डेस्कटॉप और लैपटॉप दो प्रमुख रूपों में मिलता है।

व्यक्तिगत कंप्यूटर ने सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक क्रांति ला दी है और आज यह लगभग हर क्षेत्र में अनिवार्य उपकरण बन चुका है।

प्रश्न-21. स्मृति (मेमोरी) प्रबन्धन पर प्रकाश डालिए।

उत्तर:- स्मृति प्रबंधन (Memory Management) ऑपरेटिंग सिस्टम का एक महत्वपूर्ण कार्य है जो कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी (RAM) के प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करता है।

मुख्य कार्य:

  1. मेमोरी आवंटन (Allocation): जब कोई प्रोग्राम चलता है, तो OS उसे आवश्यक मेमोरी प्रदान करता है।
  2. डीलोकेशन (Deallocation): कार्य समाप्त होने पर मेमोरी को खाली करता है।
  3. वर्चुअल मेमोरी का प्रयोग: यदि RAM कम हो तो हार्ड डिस्क का प्रयोग वर्चुअल मेमोरी के रूप में करता है।
  4. स्वैपिंग (Swapping): एक प्रोग्राम को RAM से डिस्क पर और दूसरे को RAM में स्थानांतरित करना।
  5. फ्रैग्मेंटेशन से बचाव: छोटे-छोटे खाली स्थानों को एकत्र कर उपयोग योग्य बनाना।

महत्व:
स्मृति प्रबंधन के बिना एकाधिक प्रोग्राम सुचारु रूप से नहीं चल सकते। यह सिस्टम की दक्षता और गति को बढ़ाता है। यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी प्रोग्राम आवश्यक मेमोरी से अधिक उपयोग न करे और अन्य प्रोग्राम प्रभावित न हों।

प्रश्न-22. डिस्क डीफ्रेगमेंटर के कार्यों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

उत्तर:- डिस्क डीफ्रेगमेंटर एक सिस्टम यूटिलिटी प्रोग्राम है जो हार्ड डिस्क में बिखरे हुए डेटा को एकत्र कर व्यवस्थित करता है, जिससे सिस्टम की गति और दक्षता में सुधार होता है।

मुख्य कार्य:

  1. डेटा पुनः व्यवस्था (Rearrangement): फाइलों के खंडों को पास-पास रखता है।
  2. स्पीड सुधार: डिस्क की खोज प्रक्रिया तेज़ हो जाती है।
  3. फाइल एक्सेस समय घटाना: सिस्टम को फाइल पढ़ने में कम समय लगता है।
  4. सिस्टम प्रदर्शन सुधार: पूरे कंप्यूटर की कार्यक्षमता बढ़ जाती है।


समय-समय पर डीफ्रैगमेंटेशन करने से हार्ड डिस्क की आयु और सिस्टम की गति दोनों में सुधार होता है।


प्रश्न-23. प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटरों की विशेषताओं की चर्चा कीजिए।

उत्तर:- प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर (1940-1956) वे कंप्यूटर थे जिनमें वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग किया गया था। ये मशीनें आकार में बहुत बड़ी, भारी और ऊर्जा की खपत अधिक करने वाली थीं। उदाहरण: ENIAC, UNIVAC-1।

मुख्य विशेषताएँ:

  1. तकनीकी आधार: इनमें वैक्यूम ट्यूब तकनीक का प्रयोग होता था।
  2. प्रोग्रामिंग भाषा: मशीन लैंग्वेज (0 और 1) का प्रयोग किया जाता था।
  3. गति: इनकी गणना गति बहुत धीमी थी।
  4. स्टोरेज: पंच कार्ड और मैग्नेटिक ड्रम का उपयोग किया जाता था।
  5. विश्वसनीयता: अत्यधिक गर्मी उत्पन्न करते थे जिससे बार-बार खराब हो जाते थे।
  6. खपत: बहुत अधिक बिजली की आवश्यकता होती थी।
  7. लागत: बहुत महंगे और सीमित उपयोग वाले थे।
  8. उपयोग: वैज्ञानिक अनुसंधान और सैन्य कार्यों में उपयोग किया गया।


प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटरों ने डिजिटल युग की नींव रखी, लेकिन तकनीकी सीमाओं के कारण ये शीघ्र ही अगली पीढ़ी के कंप्यूटरों से प्रतिस्थापित हो गए।

प्रश्न24. इन्टरनेट के दूरस्थ शिक्षा में उपयोग की चर्चा कीजिए।-

उत्तर:- इंटरनेट ने दूरस्थ शिक्षा (Distance Learning) को अधिक सुलभ, प्रभावी और वैश्विक बना दिया है। इसकी सहायता से अब विद्यार्थी घर बैठे उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।

मुख्य उपयोग:

  1. ऑनलाइन कक्षाएँ: Zoom, Google Meet जैसे प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से कक्षाएँ होती हैं।
  2. ई-लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म: SWAYAM, NPTEL, Coursera, Khan Academy आदि के माध्यम से शिक्षा सामग्री उपलब्ध।
  3. ई-पुस्तकालय: JSTOR, DOAJ जैसे पोर्टल पर मुफ्त पुस्तकें और शोधपत्र उपलब्ध हैं।
  4. असाइनमेंट और मूल्यांकन: गूगल फॉर्म्स, क्विज़, और ऑनलाइन टेस्टिंग टूल्स का उपयोग।
  5. संचार: ईमेल, चैट, फोरम आदि के माध्यम से विद्यार्थी-शिक्षक संवाद।


इंटरनेट ने शिक्षा की सीमाओं को तोड़ा है और दूर-दराज के क्षेत्रों में बैठे विद्यार्थियों को भी समान अवसर प्रदान किए हैं।

प्रश्न-25. विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में विद्यमान टास्क मेनेजर की उपयोगिता का वर्णन कीजिए।

उत्तर:- टास्क मैनेजर (Task Manager) विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम का एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो कंप्यूटर में चल रहे सभी प्रोग्राम, प्रक्रियाओं और सेवाओं पर निगरानी रखने की सुविधा प्रदान करता है।

मुख्य कार्य:

  1. प्रोग्राम मॉनिटरिंग: कौन-कौन से प्रोग्राम या एप्लिकेशन चल रहे हैं यह दिखाता है।
  2. प्रोसेसर और मेमोरी उपयोग: CPU और RAM की खपत की जानकारी देता है।
  3. कार्य समाप्त करना: यदि कोई प्रोग्राम फ्रीज हो जाए, तो उसे Force Close किया जा सकता है।
  4. स्टार्टअप कंट्रोल: कंप्यूटर स्टार्ट होते समय कौन-कौन से प्रोग्राम खुलते हैं, इसे नियंत्रित कर सकते हैं।
  5. नेटवर्क गतिविधि: इंटरनेट उपयोग और नेटवर्क कनेक्शन की जानकारी।
  6. यूज़र गतिविधि: कंप्यूटर पर लॉगिन सभी यूज़र और उनके कार्य प्रदर्शित करता है।


टास्क मैनेजर एक शक्तिशाली उपकरण है जो सिस्टम की निगरानी, समस्या समाधान और प्रदर्शन सुधार में मदद करता है।

प्रश्न-26. इन्टरनेट के विभिन्न अवयवों को लिखिए।

उत्तर:- इंटरनेट एक वैश्विक नेटवर्क है जो विभिन्न तकनीकी अवयवों और प्रोटोकॉल के माध्यम से काम करता है। इसके मुख्य घटक निम्नलिखित हैं:

  1. वेब ब्राउज़र (Web Browser): जैसे Chrome, Firefox, जो वेब पेज देखने के लिए उपयोग होता है।
  2. वेब सर्वर (Web Server): यह वह कंप्यूटर होता है जो वेबसाइट की जानकारी संग्रहित करता है।
  3. URL (Uniform Resource Locator): यह वेब पेज का पता होता है।
  4. IP Address: प्रत्येक डिवाइस का विशिष्ट इंटरनेट पता।
  5. DNS (Domain Name System): डोमेन नाम को IP में परिवर्तित करता है।
  6. HTTP/HTTPS प्रोटोकॉल: यह वेब ब्राउज़र और सर्वर के बीच संचार करता है।
  7. ISP (Internet Service Provider): इंटरनेट सेवा प्रदान करने वाली कंपनी जैसे Jio, Airtel आदि।
  8. Email Server: ईमेल भेजने और प्राप्त करने का माध्यम।


इन सभी अवयवों का समन्वय इंटरनेट को प्रभावी रूप से संचालित करता है।

प्रश्न-27. पेंट ब्रश के कार्यों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

उत्तर:- पेंट ब्रश, Windows OS का एक सरल ग्राफिक्स टूल है जो चित्रांकन और संपादन कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है।

मुख्य कार्य:

  1. चित्र बनाना: उपयोगकर्ता माउस के माध्यम से आकृतियाँ, रेखाएँ, वृत आदि बना सकता है।
  2. रंग भरना: Fill Tool से किसी क्षेत्र में रंग भरा जा सकता है।
  3. ब्रश और पेंसिल टूल: विभिन्न मोटाई के ब्रश और पेंसिल से चित्र बनाए जाते हैं।
  4. टेक्स्ट जोड़ना: चित्र में टेक्स्ट जोड़ा जा सकता है।
  5. एरेज़र: चित्र के किसी भाग को मिटाने के लिए।
  6. जूम: चित्र को बड़ा करके देखने के लिए।


पेंट ब्रश एक आसान और उपयोगी उपकरण है जो ग्राफिक डिज़ाइन के प्रारंभिक अभ्यास के लिए उपयुक्त है।

प्रश्न-28. TFT एवं FED मॉनिटर के बीच अंतर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:-TFT (Thin Film Transistor) और FED (Field Emission Display) दोनों ही मॉनिटर्स कंप्यूटर के लिए प्रयुक्त होते हैं, लेकिन ये तकनीकी रूप से एक-दूसरे से भिन्न हैं।

TFT मॉनिटर एक प्रकार का एलसीडी (LCD) मॉनिटर होता है जिसमें प्रत्येक पिक्सल को नियंत्रित करने के लिए पतली फिल्म ट्रांजिस्टर तकनीक का उपयोग किया जाता है। ये मॉनिटर आकार में पतले होते हैं और इनमें रंगों की गुणवत्ता अच्छी होती है। TFT मॉनिटर की ऊर्जा खपत सामान्य होती है और ये अधिकतर लैपटॉप तथा डेस्कटॉप कंप्यूटरों में प्रयुक्त होते हैं। इनकी प्रतिक्रिया समय (response time) अपेक्षाकृत धीमी होती है, जिससे तेज़ गेमिंग या वीडियो एडिटिंग में कभी-कभी बाधा आती है।

दूसरी ओर, FED मॉनिटर अपेक्षाकृत नई तकनीक पर आधारित होते हैं। यह तकनीक कैथोड रे ट्यूब (CRT) और LCD की विशेषताओं का सम्मिलन है। FED मॉनिटर्स में उच्च रंग स्पष्टता, तीव्र प्रतिक्रिया समय और कम ऊर्जा खपत होती है। ये मॉनिटर बेहतर व्यूइंग एंगल प्रदान करते हैं और आंखों पर कम दबाव डालते हैं।

TFT मॉनिटर वर्तमान में अधिक प्रचलित हैं लेकिन FED मॉनिटर तकनीकी रूप से अधिक उन्नत और भविष्य के लिए उपयुक्त माने जाते हैं।

प्रश्न29.विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में विद्यमान बैकअप उपयोगिता का वर्णन करें।

उत्तर:- विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में “बैकअप यूटिलिटी” एक महत्वपूर्ण सुविधा है, जो उपयोगकर्ता को उसके डेटा की प्रतिलिपि (कॉपी) बनाकर सुरक्षित रखने की अनुमति देती है। यह उपयोगिता सिस्टम फाइल्स, दस्तावेज़, चित्र, संगीत और अन्य आवश्यक फाइलों को भविष्य की आकस्मिक परिस्थितियों जैसे – सिस्टम क्रैश, वायरस अटैक या हार्ड डिस्क फेल होने पर पुनर्स्थापित करने में मदद करती है।

विंडोज़ में बैकअप यूटिलिटी के प्रमुख प्रकार:

  1. File History (Windows 8 और बाद के संस्करणों में): यह उपयोगकर्ता की फाइलों का नियमित अंतराल पर बैकअप लेता है और आवश्यकता पड़ने पर पुराने संस्करण को पुनर्स्थापित करने की सुविधा देता है।
  2. Backup and Restore (Windows 7): यह पारंपरिक बैकअप टूल है, जो संपूर्ण सिस्टम इमेज या चुनी हुई फाइलों का बैकअप लेता है।
  3. System Image Backup: यह संपूर्ण ड्राइव की एक इमेज बनाता है, जिससे सिस्टम को पूरी तरह पुनर्स्थापित किया जा सकता है।

बैकअप लेने के स्टेप्स:

Control Panel > Backup and Restore

Set up Backup > Drive चयन करें > फाइलें चुनें > Schedule सेट करें

बैकअप प्रक्रिया शुरू करें।

यह उपयोगिता डेटा सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

प्रश्न-30.एक URL के विभिन्न अवयवों को लिखिए।

उत्तर:- URL (Uniform Resource Locator) किसी वेबसाइट या वेबपेज के पते को दर्शाता है। यह इंटरनेट पर किसी विशेष संसाधन तक पहुँचने का माध्यम है। एक URL कई भागों से मिलकर बना होता है, जो निम्नलिखित हैं:

  1. प्रोटोकॉल (Protocol):

यह उस विधि को दर्शाता है जिससे ब्राउज़र वेब सर्वर से संपर्क करता है।

उदाहरण: http://, https://, ftp:// आदि।

  1. होस्टनेम/डोमेन नाम (Hostname/Domain Name):

यह उस सर्वर का नाम होता है जहाँ वेबसाइट होस्ट की गई है।

उदाहरण: www.google.com या https://vmousupports.in/

  1. पोर्ट नंबर (Port Number) (वैकल्पिक):

यदि आवश्यक हो, तो सर्वर तक पहुँचने के लिए विशिष्ट पोर्ट संख्या निर्दिष्ट की जाती है।

जैसे: :80 HTTP के लिए, :443 HTTPS के लिए।

  1. पथ (Path):

यह सर्वर पर स्थित विशेष फाइल या फ़ोल्डर तक पहुँचने का रास्ता होता है।

उदाहरण: /images/pic.jpg

  1. क्वेरी स्ट्रिंग (Query String):

उपयोगकर्ता द्वारा भेजी गई अतिरिक्त जानकारी को दर्शाता है।

उदाहरण: ?id=123&name=Hari

  1. फ्रैगमेंट (Fragment) (वैकल्पिक):

यह पेज के किसी विशेष भाग को दर्शाता है।

उदाहरण: #section2

उदाहरण:
https://www.example.com:443/docs/info.html?id=10#top

इस प्रकार, URL इंटरनेट पर संसाधनों की पहचान और एक्सेस के लिए अत्यंत आवश्यक होता है।

Section-C

प्रश्न-1.दूरस्थ शिक्षा से आप क्या समझते हैं? दूरस्थ शिक्षा में सूचना तकनीक की भूमिका पर प्रकाश डालिए।

उत्तर:- दूरस्थ शिक्षा (Distance Education) वह शैक्षिक प्रणाली है जिसमें विद्यार्थी और शिक्षक भौगोलिक रूप से एक-दूसरे से दूर रहते हैं और शिक्षण का कार्य संचार माध्यमों के द्वारा किया जाता है। यह प्रणाली विशेष रूप से उन विद्यार्थियों के लिए लाभकारी है जो पारंपरिक शिक्षा व्यवस्था में भाग नहीं ले सकते, जैसे- नौकरीपेशा व्यक्ति, गृहिणियाँ, या ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी।

दूरस्थ शिक्षा में सूचना तकनीक की भूमिका:

सूचना तकनीक (Information Technology) ने दूरस्थ शिक्षा को प्रभावशाली, सुलभ और लचीला बनाया है। इसकी मुख्य भूमिकाएँ निम्नलिखित हैं:

  1. ऑनलाइन शिक्षण: ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म जैसे SWAYAM, NPTEL, Coursera आदि के माध्यम से विद्यार्थी वीडियो लेक्चर, ई-नोट्स, क्विज़ आदि के माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
  2. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग: Zoom, Google Meet, Microsoft Teams जैसे उपकरणों से शिक्षक और विद्यार्थी सीधे संवाद कर सकते हैं।
  3. लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (LMS): Moodle, Blackboard आदि के माध्यम से पाठ्यक्रम, असाइनमेंट और मूल्यांकन को डिजिटल रूप में प्रबंधित किया जाता है।
  4. ऑनलाइन मूल्यांकन: टेस्ट, क्विज़ और परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से ली जाती हैं जो समय और संसाधनों की बचत करती हैं।
  5. डिजिटल पुस्तकालय: इंटरनेट के माध्यम से पुस्तकें, जर्नल्स और अन्य शैक्षणिक सामग्री किसी भी समय उपलब्ध रहती हैं।

सूचना तकनीक ने दूरस्थ शिक्षा को नए आयाम दिए हैं। आज यह शिक्षा पद्धति डिजिटल भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभा रही है।

(जिस भी प्रश्न का उत्तर देखना हैं उस पर क्लिक करे)

प्रश्न-2.मल्टीमीडिया से आप क्या समझते हैं? मल्टीमीडिया परियोजना के विकास के विभिन्न चरण लिखिए।

उत्तर:- मल्टीमीडिया (Multimedia) वह तकनीक है जिसमें एक साथ टेक्स्ट, ग्राफिक्स, ऑडियो, वीडियो और एनीमेशन का उपयोग किया जाता है। यह शिक्षा, विज्ञापन, सूचना, संचार और मनोरंजन के क्षेत्र में व्यापक रूप से प्रयोग होता है।

मल्टीमीडिया परियोजना के विकास के चरण:

  1. आवश्यकताओं का विश्लेषण (Requirement Analysis):
    इस चरण में परियोजना के उद्देश्य, लक्षित दर्शक और सामग्री की प्रकृति का निर्धारण किया जाता है।
  2. योजना निर्माण (Planning):
    समय, लागत, संसाधन और कार्य विभाजन की योजना बनाई जाती है।
  3. कंटेंट डिजाइन (Content Design):
    स्क्रिप्ट लेखन, ग्राफिक्स डिजाइन, वीडियो स्क्रिप्ट, वॉयस ओवर आदि की रूपरेखा तैयार की जाती है।
  4. विकास (Development):
    सॉफ्टवेयर टूल्स जैसे Flash, Photoshop, Premiere Pro आदि के माध्यम से सामग्री तैयार की जाती है।
  5. एकीकरण (Integration):
    सभी तत्वों को एक इंटरफेस में एकीकृत किया जाता है जैसे कि e-learning module या interactive CD-ROM।
  6. परीक्षण (Testing):
    कंटेंट को तकनीकी और शैक्षिक रूप से जांचा जाता है।
  7. परिनियोजन (Deployment):
    तैयार प्रोजेक्ट को वेबसाइट, ऐप, या अन्य माध्यमों से उपभोक्ता तक पहुँचाया जाता है।
  8. प्रतिक्रिया और सुधार (Feedback and Revision):
    उपयोगकर्ता की प्रतिक्रिया के आधार पर आवश्यक संशोधन किए जाते हैं।

मल्टीमीडिया एक प्रभावशाली माध्यम है जो सीखने की प्रक्रिया को रोचक, जीवंत और प्रभावशाली बनाता है।

प्रश्न-3. वर्ड प्रोसेसिंग से आप क्या समझते हैं? इसकी मुख्य विशेषताओं को लिखिए।

उत्तर:- वर्ड प्रोसेसिंग (Word Processing) एक सॉफ्टवेयर आधारित प्रक्रिया है जिसका प्रयोग दस्तावेज़ तैयार करने, संपादन करने, सजाने और मुद्रण के लिए किया जाता है। इसके अंतर्गत एमएस वर्ड, गूगल डॉक्स, ओपन ऑफिस राइटर आदि प्रमुख टूल्स आते हैं।

मुख्य विशेषताएँ:

  1. टेक्स्ट एडिटिंग (Text Editing):
    शब्दों, वाक्यों और पैराग्राफों को आसानी से जोड़ा, हटाया या बदला जा सकता है।
  2. फॉर्मेटिंग (Formatting):
    फॉन्ट, साइज, कलर, बोल्ड, इटालिक, अंडरलाइन आदि के द्वारा टेक्स्ट को आकर्षक बनाया जा सकता है।
  3. स्पेलिंग और ग्रामर चेक:
    यह सुविधा स्वतः वर्तनी और व्याकरण की त्रुटियों को पहचानती है।
  4. टेबल और चार्ट बनाना:
    यूज़र आवश्यकतानुसार टेबल, ग्राफ और चार्ट का उपयोग कर सकता है।
  5. मेल मर्ज (Mail Merge):
    एक ही पत्र को अनेक व्यक्तियों के नाम से स्वचालित रूप से भेजा जा सकता है।
  6. ऑटो करेक्ट और ऑटो टेक्स्ट:
    बार-बार प्रयोग होने वाले शब्दों या वाक्यों को स्वतः पूर्ण किया जा सकता है।
  7. पृष्ठ सज्जा (Page Layout):
    मार्जिन, पृष्ठ की दिशा, कॉलम, हेडर-फूटर आदि को नियंत्रित किया जा सकता है।
  8. हाइपरलिंक और बुकमार्क:
    टेक्स्ट या छवियों में लिंक जोड़ा जा सकता है।


वर्ड प्रोसेसिंग आधुनिक कार्यालय और शैक्षिक कार्यों का अभिन्न अंग है, जो कार्यों को सहज, तेज और व्यवस्थित बनाता है।

प्रश्न-4. एमएस-वर्ड के ‘ले-आउट’ टैब में किये जा सकने वाले कार्यों को लिखिए।

उत्तर:- एमएस वर्ड का ‘Layout’ टैब दस्तावेज़ की पृष्ठ सज्जा (Page Setup) और दृश्य रूप में सुधार लाने के लिए अनेक विकल्प प्रदान करता है। इसके मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं:

  1. Margins (मार्जिन):
    दस्तावेज़ के चारों ओर की खाली जगह को नियंत्रित करने के लिए प्रयोग होता है।
  2. Orientation (पृष्ठ दिशा):
    दस्तावेज़ को Portrait (लंबवत) या Landscape (आड़ा) रूप में सेट करने का विकल्प।
  3. Size (आकार):
    पृष्ठ का आकार जैसे A4, Legal, Letter आदि चुना जाता है।
  4. Columns (कॉलम):
    दस्तावेज़ को एक या एक से अधिक कॉलमों में बाँटने के लिए प्रयोग होता है।
  5. Breaks (विराम):
    पृष्ठ, सेक्शन और कॉलम ब्रेक लगाने के लिए विकल्प।
  6. Line Numbers (पंक्ति क्रमांक):
    दस्तावेज़ की प्रत्येक पंक्ति को क्रमांकित करने की सुविधा।
  7. Hyphenation:
    लंबे शब्दों को पंक्ति के अंत में विभाजित करने की सुविधा।
  8. Indent (प्रविष्टि):
    पैराग्राफ की प्रारंभिक जगह निर्धारित करना।
  9. Spacing (अंतर):
    पंक्तियों और पैराग्राफों के बीच अंतर तय करना।

Layout टैब के माध्यम से उपयोगकर्ता दस्तावेज़ को प्रोफेशनल रूप देने के लिए पृष्ठ से जुड़ी सभी सेटिंग्स को आसानी से नियंत्रित कर सकता है।

प्रश्न-5. MS PowerPoint से आप क्या समझते हैं? MS PowerPoint के एनिमेशन टैब में किए जा सकने वाले कार्यों को लिखिए।

उत्तर:- MS PowerPoint माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस का एक प्रमुख प्रस्तुति (Presentation) सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग स्लाइडों की सहायता से दृश्यात्मक रूप में सूचना, विचार और डेटा प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग शैक्षिक, व्यावसायिक और व्याख्यानों में व्यापक रूप से किया जाता है।

PowerPoint में उपयोगकर्ता स्लाइड पर टेक्स्ट, चित्र, ऑडियो, वीडियो, चार्ट आदि सम्मिलित कर सकता है। इसमें डिजाइन, ट्रांजिशन और एनिमेशन टैब जैसे विविध टूल्स हैं जो प्रस्तुति को आकर्षक और प्रभावी बनाते हैं।

एनिमेशन टैब की विशेषताएँ:

  1. Animation Effects:
    यह टैब विभिन्न एनिमेशन इफेक्ट प्रदान करता है जैसे – Entrance (आगमन), Emphasis (ज़ोर देना), Exit (निर्गमन) और Motion Paths (गति पथ)। इनका उपयोग टेक्स्ट या ऑब्जेक्ट्स को स्लाइड पर गतिशील रूप में प्रस्तुत करने हेतु किया जाता है।
  2. Add Animation:
    किसी वस्तु पर एक से अधिक एनिमेशन लगाने के लिए यह सुविधा उपयोगी होती है।
  3. Animation Pane:
    यह एक पैनल होता है जिससे सभी एनिमेशन का क्रम और समय देखा व नियंत्रित किया जा सकता है।
  4. Effect Options:
    एनिमेशन के प्रकार के आधार पर इफेक्ट विकल्प बदलते हैं, जैसे कि किसी वस्तु को किस दिशा से प्रवेश कराना है।
  5. Timing Options:
    एनिमेशन की समय सीमा निर्धारित करने के लिए ‘Start’, ‘Duration’ और ‘Delay’ विकल्प दिए गए हैं।
  6. Reorder Animation:
    कई एनिमेशन इफेक्ट के क्रम को ऊपर-नीचे कर पुनः व्यवस्थित किया जा सकता है।


एनिमेशन टैब PowerPoint की प्रस्तुति को गतिशील, आकर्षक और प्रभावशाली बनाता है। सही समय, दिशा और गति में एनिमेशन लगाने से श्रोताओं का ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।

प्रश्न-6. MS-Word के ‘Mailing’ टैब में किए जा सकने वाले कार्यों को लिखिए।

उत्तर:- MS Word का Mailing टैब एक अत्यंत उपयोगी सुविधा है जो मुख्यतः “मेल मर्ज” (Mail Merge) की प्रक्रिया के लिए प्रयुक्त होता है। इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर पत्र, लिफाफे, लेबल, निमंत्रण पत्र इत्यादि भेजने के लिए किया जाता है, जिनमें प्राप्तकर्ताओं की सूचनाएं अलग-अलग होती हैं लेकिन मुख्य सामग्री समान रहती है।

Mailing टैब के मुख्य फीचर्स:

  1. Start Mail Merge:
    इससे यह निर्धारित किया जाता है कि आप किस प्रकार का दस्तावेज बनाना चाहते हैं – Letter, Envelope, Labels आदि।
  2. Select Recipients:
    मेल मर्ज के लिए प्राप्तकर्ताओं की सूची चुनने की प्रक्रिया होती है। सूची Excel, Outlook या किसी नई लिस्ट के रूप में हो सकती है।
  3. Edit Recipient List:
    चुनी गई सूची को संपादित कर सकते हैं – जैसे किसी को शामिल या हटाना।
  4. Insert Merge Field:
    इसमें नाम, पता, शहर, राज्य आदि जैसे फील्ड डाले जाते हैं, जो सूची में मौजूद डेटा के अनुसार स्वतः भर जाते हैं।
  5. Preview Results:
    मेल मर्ज के अंतिम परिणाम को पूर्वावलोकन के रूप में देखा जा सकता है कि प्रत्येक पत्र कैसा दिखाई देगा।
  6. Finish & Merge:
    यह अंतिम चरण होता है जिसमें मर्ज किए गए दस्तावेजों को प्रिंट किया जाता है या नए फाइल के रूप में सहेजा जाता है।


Mailing टैब दस्तावेजों के व्यक्तिगत स्वरूप में वितरण हेतु एक कुशल उपकरण है। यह समय और श्रम दोनों की बचत करता है तथा कार्य की गति बढ़ाता है।

प्रश्न-7. प्रोसेसर से आप क्या समझते हैं? प्रोसेसर के कार्यों की चर्चा कीजिए।

उत्तर:-प्रोसेसर, जिसे CPU (Central Processing Unit) भी कहा जाता है, कंप्यूटर का मस्तिष्क होता है। यह सभी गणनात्मक और लॉजिकल कार्यों को निष्पादित करता है। कंप्यूटर में प्रोसेसर ही वह इकाई है जो इनपुट प्राप्त कर उसे प्रोसेस कर आउटपुट में बदलता है।

प्रोसेसर के प्रमुख कार्य:

  1. Data Processing:
    इनपुट डिवाइस से प्राप्त डेटा को प्रोसेस कर उपयोगी आउटपुट में परिवर्तित करता है।
  2. Arithmetic and Logical Operations:
    प्रोसेसर अंकगणितीय (जोड़, घटाव, गुणा, भाग) तथा तार्किक (AND, OR, NOT) कार्य करता है।
  3. Control Unit Function:
    प्रोसेसर का नियंत्रण इकाई (Control Unit) कंप्यूटर के समस्त भागों को निर्देश देती है कि उन्हें कब और क्या करना है।
  4. Memory Management:
    प्रोसेसर आवश्यकतानुसार RAM से डेटा प्राप्त करता है और उपयोग के बाद उसे संग्रह करता है।
  5. Instruction Execution:
    प्रोसेसर मेमोरी से निर्देश पढ़ता है, उनका अनुक्रम निर्धारित करता है और निष्पादन करता है।
  6. Multitasking:
    प्रोसेसर एक समय में कई कार्यों को साथ में करने की क्षमता रखता है, जिसे मल्टीटास्किंग कहते हैं।
  7. Register Use:
    प्रोसेसर में अस्थायी स्टोरेज के लिए रजिस्टर होते हैं जो तुरंत डेटा प्रोसेसिंग में सहायक होते हैं।


प्रोसेसर कंप्यूटर की गति और कार्यक्षमता का निर्धारण करता है। इसकी दक्षता जितनी अधिक होती है, कंप्यूटर उतना ही तीव्र और सशक्त होता है।

प्रश्न-8. कम्प्यूटर आधारित प्रशिक्षण से आप क्या समझते हैं? CBT की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।

उत्तर:- कम्प्यूटर आधारित प्रशिक्षण (Computer-Based Training – CBT) एक ऐसा शिक्षण माध्यम है जिसमें विद्यार्थियों को कम्प्यूटर की सहायता से अध्ययन सामग्री प्रस्तुत की जाती है। इसमें टेक्स्ट, ग्राफिक्स, ऑडियो, वीडियो और इंटरेक्टिव एक्टिविटीज सम्मिलित होती हैं।

CBT की विशेषताएँ:

  1. स्वाध्याय की सुविधा:
    विद्यार्थी अपनी गति से पढ़ाई कर सकते हैं। इसमें समय और स्थान की कोई बाध्यता नहीं होती।
  2. इंटरएक्टिव लर्निंग:
    छात्र कंप्यूटर के साथ संवाद करते हैं जिससे उनकी सक्रिय भागीदारी बनी रहती है।
  3. तत्काल फीडबैक:
    टेस्ट और क्विज के माध्यम से तत्काल परिणाम प्राप्त होते हैं जिससे त्रुटियों को सुधारा जा सकता है।
  4. विजुअल एवं श्रव्य माध्यम:
    CBT ऑडियो-विजुअल की सहायता से कठिन विषयों को समझने योग्य बनाता है।
  5. अभ्यास की सुविधा:
    छात्र बार-बार अभ्यास कर सकते हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।
  6. समूह या एकल अध्ययन:
    इसे व्यक्तिगत या समूह अध्ययन दोनों के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।
  7. प्रगति की निगरानी:
    शिक्षक छात्रों की प्रगति को ट्रैक कर सकते हैं।
  8. व्यापक विषयवस्तु:
    किसी भी विषय के लिए CBT को डिज़ाइन किया जा सकता है।


CBT आधुनिक युग की आवश्यकताओं के अनुरूप एक प्रभावी, लचीला और सुलभ प्रशिक्षण साधन है। शिक्षा के क्षेत्र में इसकी भूमिका दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

प्रश्न-10. इन्टरनेट के संक्षिप्त इतिहास की चर्चा करें। इसके विभिन्न अवयवों एवं उपयोगिता का वर्णन करें।

उत्तर:- इंटरनेट का इतिहास (History of Internet):
इंटरनेट का प्रारंभ 1960 के दशक में अमेरिका के रक्षा विभाग द्वारा किया गया। इसका प्रारंभिक नाम ARPANET (Advanced Research Projects Agency Network) था। इसका उद्देश्य सैन्य और शोध संस्थानों को जोड़ना था।
1970 के दशक में TCP/IP प्रोटोकॉल विकसित किया गया, जो आज भी इंटरनेट का मूल प्रोटोकॉल है।
1980 के दशक में इसका प्रयोग शैक्षिक संस्थानों में बढ़ा और 1990 के दशक में टिम बर्नर्स-ली द्वारा वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का आविष्कार हुआ, जिससे इंटरनेट का व्यापक व्यावसायिक उपयोग प्रारंभ हुआ।
1995 के बाद इंटरनेट आम जनता के लिए उपलब्ध हुआ और तेजी से इसका विस्तार हुआ।

इंटरनेट के अवयव (Elements of Internet):

  1. वेब ब्राउज़र (Web Browser): जैसे- Google Chrome, Mozilla Firefox, जो इंटरनेट पर सूचनाएं देखने में सहायक होते हैं।
  2. सर्वर (Server): सूचना संग्रहण और विनिमय हेतु प्रयुक्त कम्प्यूटर।
  3. URL (Uniform Resource Locator): वेबसाइट का पता जो ब्राउज़र में टाइप किया जाता है।
  4. ईमेल (E-mail): इंटरनेट पर संदेश भेजने और प्राप्त करने की सुविधा।
  5. डोमेन नेम सिस्टम (DNS): IP एड्रेस को सरल नाम में बदलने की प्रणाली।
  6. प्रोटोकॉल (Protocol): जैसे TCP/IP, HTTP, FTP आदि जो डेटा ट्रांसफर के नियम तय करते हैं।

इंटरनेट की उपयोगिता (Uses of Internet):

सरकारी सेवाएं (E-Governance): ऑनलाइन आवेदन, बिल भुगतान, आधार सेवाएं आदि।

शिक्षा (Education): ई-लर्निंग प्लेटफार्म, ऑनलाइन कोर्स, डिजिटल लाइब्रेरी आदि।

संचार (Communication): ईमेल, व्हाट्सएप, वीडियो कॉल, सोशल मीडिया आदि।

व्यापार (Business): ई-कॉमर्स, डिजिटल मार्केटिंग, ऑनलाइन बैंकिंग।

मनोरंजन (Entertainment): मूवी, संगीत, गेमिंग, यूट्यूब आदि।

सूचना प्राप्ति (Information Access): समाचार, शोध लेख, ब्लॉग आदि तक त्वरित पहुँच।

प्रश्न-11. ऑपरेटिंग सिस्टम से आप क्या समझते हैं? इसके विभिन्न कार्यों को लिखें।

उत्तर:-ऑपरेटिंग सिस्टम की परिभाषा (Definition of Operating System):
ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System – OS) एक सिस्टम सॉफ़्टवेयर होता है जो कंप्यूटर हार्डवेयर और उपयोगकर्ता के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाता है। यह कंप्यूटर को चालू होने से लेकर बंद होने तक नियंत्रित करता है और सभी सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर संसाधनों का प्रबंधन करता है।

प्रमुख प्रकार (Types of Operating System):

  1. Single-user OS – जैसे Windows 10
  2. Multi-user OS – जैसे UNIX
  3. Real-time OS – जैसे RTOS
  4. Mobile OS – जैसे Android, iOS

ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य (Functions of Operating System):

  1. प्रक्रिया प्रबंधन (Process Management):

CPU का विभिन्न प्रक्रियाओं में वितरण करता है।

मल्टीटास्किंग को नियंत्रित करता है।

  1. मेमोरी प्रबंधन (Memory Management):

रैम में डेटा व प्रोग्राम को रखने और हटाने का कार्य।

प्रत्येक प्रोग्राम को उचित स्थान प्रदान करता है।

  1. फ़ाइल प्रबंधन (File Management):

फ़ाइलों का निर्माण, हटाना, नाम बदलना और संग्रहण।

फोल्डर संरचना का निर्माण।

  1. डिवाइस प्रबंधन (Device Management):

इनपुट व आउटपुट डिवाइसेज को नियंत्रित करना जैसे प्रिंटर, कीबोर्ड आदि।

डिवाइस ड्राइवर के माध्यम से उपकरणों से संपर्क।

  1. यूजर इंटरफेस प्रदान करना (Providing User Interface):

GUI (ग्राफिकल यूजर इंटरफेस) या CLI (कमांड लाइन इंटरफेस) के माध्यम से प्रयोगकर्ता से संपर्क।

  1. सुरक्षा (Security):

पासवर्ड, एन्क्रिप्शन, फायरवॉल आदि से डेटा की सुरक्षा।

  1. नेटवर्किंग (Networking):

विभिन्न कंप्यूटरों को आपस में जोड़ने की सुविधा देना।

इंटरनेट एक्सेस को प्रबंधित करना।

  1. एरर डिटेक्शन और हैंडलिंग (Error Handling):

त्रुटियों का पता लगाकर उपयोगकर्ता को सूचित करना।


प्रश्न-12. MS-Word के ‘इन्सर्ट टैब’ में किये जा सकने वाले कार्यों को लिखें।

उत्तर:- MS-Word एक शक्तिशाली वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ़्टवेयर है जिसमें ‘Insert Tab’ का प्रयोग दस्तावेज़ में विभिन्न वस्तुओं को जोड़ने के लिए किया जाता है।

Insert Tab के प्रमुख फीचर्स/विकल्प:

  1. Pages (पृष्ठ):

Cover Page: पूर्वनिर्धारित कवर पृष्ठ जोड़ना।

Blank Page: नई रिक्त पृष्ठ जोड़ना।

Page Break: पृष्ठ का विभाजन करना।

  1. Tables (तालिका):

दस्तावेज़ में टेबल बनाना और उसमें पंक्ति एवं स्तंभ जोड़ना।

  1. Illustrations (चित्रण):

Pictures: कंप्यूटर से चित्र सम्मिलित करना।

Online Pictures: इंटरनेट से चित्र जोड़ना।

Shapes: विभिन्न आकृतियाँ जैसे वृत्त, तीर, आदि जोड़ना।

Icons: प्रतीकात्मक चित्र जोड़ना।

3D Models: त्रि-आयामी मॉडल जोड़ना।

SmartArt: आरेख जैसे हायरार्की, चक्र आदि जोड़ना।

Chart: ग्राफ या चार्ट जैसे लाइन, बार, पाई आदि जोड़ना।

  1. Add-ins:

Microsoft Store से ऐड-इन्स जोड़ना।

  1. Media:

Online Video: यूट्यूब आदि से वीडियो जोड़ना।

  1. Links (लिंक):

Hyperlink: किसी वेबसाइट या दस्तावेज से लिंक जोड़ना।

Bookmark: दस्तावेज़ में एक स्थान चिह्नित करना।

Cross-reference: किसी अन्य भाग का संदर्भ जोड़ना।

  1. Comments:

दस्तावेज़ में सुझाव या नोट जोड़ना।

  1. Header & Footer:

प्रत्येक पृष्ठ के ऊपर (हेडर) और नीचे (फूटर) जानकारी जोड़ना।

  1. Text (पाठ):

Text Box: पाठ के लिए बॉक्स बनाना।

WordArt: सजावटी टेक्स्ट जोड़ना।

Drop Cap: अनुच्छेद के पहले अक्षर को बड़ा बनाना।

Date & Time: वर्तमान तिथि और समय जोड़ना।

Object: अन्य सॉफ़्टवेयर से डेटा इम्पोर्ट करना।

  1. Symbols (प्रतीक):

Equation: गणितीय समीकरण जोड़ना।

Symbol: विशेष चिन्ह जैसे ₹, ©, आदि जोड़ना।

निष्कर्ष:
‘Insert Tab’ की सहायता से MS Word में दस्तावेज़ को अधिक रोचक, आकर्षक और उपयोगी बनाया जा सकता है। यह उपयोगकर्ता को टेक्स्ट के साथ विविध प्रकार की मीडिया सामग्री और फ़ॉर्मेटिंग विकल्प प्रदान करता है।

प्रश्न-13. इनपुट उपकरण से आप क्या समझते हैं? प्रमुख इनपुट उपकरणों के कार्यों की चर्चा कीजिए।

उत्तर:- कंप्यूटर में डाटा या निर्देशों को प्रवेश कराने वाले उपकरणों को इनपुट डिवाइसेज़ (Input Devices) कहा जाता है। ये उपकरण उपयोगकर्ता और कंप्यूटर के बीच एक पुल का कार्य करते हैं। उपयोगकर्ता इन उपकरणों के माध्यम से डाटा को कंप्यूटर में भेजता है और कंप्यूटर उसी के आधार पर प्रक्रिया करता है।

प्रमुख इनपुट उपकरणों के कार्य:

  1. कीबोर्ड (Keyboard):
    यह सबसे सामान्य इनपुट उपकरण है। इसके माध्यम से उपयोगकर्ता अक्षर, संख्याएं एवं अन्य कमांड कंप्यूटर में टाइप करता है। इसमें अल्फ़ा-न्यूमेरिक और फ़ंक्शन कुंजियाँ होती हैं।
  2. माउस (Mouse):
    यह एक पॉइंटिंग डिवाइस है, जिससे स्क्रीन पर पॉइंटर को नियंत्रित किया जाता है। क्लिक, ड्रैग, ड्रॉप जैसी क्रियाएं माउस से होती हैं। ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस (GUI) को संचालित करने में सहायक होता है।
  3. स्कैनर (Scanner):
    यह दस्तावेज़ों या चित्रों को डिजिटल फॉर्म में बदलकर कंप्यूटर में भेजता है। OCR तकनीक द्वारा टेक्स्ट को भी पहचाना जा सकता है।
  4. माइक्रोफोन (Microphone):
    यह ध्वनि को इनपुट के रूप में कंप्यूटर में दर्ज करता है। यह वॉइस कमांड, ऑडियो रिकॉर्डिंग, और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उपयोगी है।
  5. वेब कैमरा (Webcam):
    यह कैमरा कंप्यूटर से जुड़कर लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग या छवि रिकॉर्डिंग के लिए प्रयोग होता है। इसका उपयोग वीडियो कॉल और सुरक्षा निगरानी में होता है।
  6. जॉयस्टिक (Joystick):
    यह एक गेमिंग इनपुट डिवाइस है, जिसका उपयोग वीडियो गेम या सिमुलेशन प्रोग्राम में नेविगेशन हेतु किया जाता है।
  7. टचस्क्रीन (Touchscreen):
    यह इनपुट और आउटपुट दोनों प्रकार का डिवाइस है। उपयोगकर्ता स्क्रीन को स्पर्श कर सीधे कमांड देता है। मोबाइल, टैबलेट, ATM आदि में प्रयुक्त होता है।

इनपुट डिवाइस कंप्यूटर के लिए अत्यंत आवश्यक होते हैं क्योंकि इनके माध्यम से ही उपयोगकर्ता अपनी जानकारी या आदेश कंप्यूटर को देता है। आधुनिक युग में स्पीच रिकग्निशन, बायोमैट्रिक और टच आधारित इनपुट विधियों का प्रचलन बढ़ रहा है, जिससे कंप्यूटर अधिक स्मार्ट बनता जा रहा है।

प्रश्न-14. Output उपकरण से आप क्या समझते हैं? प्रमुख Output उपकरणों के कार्यों की चर्चा कीजिए।

उत्तर:- कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस किए गए डाटा को उपयोगकर्ता के लिए पठनीय या समझने योग्य रूप में प्रदर्शित करने वाले उपकरणों को आउटपुट डिवाइस (Output Devices) कहा जाता है। ये डिवाइस कंप्यूटर से प्राप्त सूचना को टेक्स्ट, ग्राफ़िक्स, ध्वनि या वीडियो के रूप में प्रस्तुत करते हैं।

प्रमुख आउटपुट उपकरणों के कार्य:

  1. मॉनिटर (Monitor):
    इसे VDU (Visual Display Unit) भी कहा जाता है। यह कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस किए गए डाटा को दृश्य रूप में स्क्रीन पर प्रदर्शित करता है। मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं – CRT और Flat Panel (LCD, LED) मॉनिटर।
  2. प्रिंटर (Printer):
    यह डिजिटल जानकारी को भौतिक रूप (पेपर) में परिवर्तित करता है।
    प्रमुख प्रकार –

इंकजेट प्रिंटर: कम कीमत वाले और घरेलू उपयोग के लिए उपयुक्त।

लेज़र प्रिंटर: तेज़ गति और उच्च गुणवत्ता।

डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर: दस्तावेजों की कई प्रतियां बनाने हेतु उपयोगी।

  1. स्पीकर (Speaker):
    यह कंप्यूटर से प्राप्त ध्वनि आउटपुट को श्रोताओं तक पहुँचाता है। इसका उपयोग संगीत, ऑडियो नोट्स, और मल्टीमीडिया प्रस्तुतियों में होता है।
  2. हेडफोन (Headphones):
    यह स्पीकर का ही व्यक्तिगत रूप है, जो ध्वनि को केवल उपयोगकर्ता को सुनाता है। इसे निजी रूप से ऑडियो सुनने के लिए उपयोग किया जाता है।
  3. प्रोजेक्टर (Projector):
    यह कंप्यूटर की स्क्रीन को बड़े परदे पर प्रक्षेपित करता है। इसका उपयोग कक्षा शिक्षण, सेमिनार, और मीटिंग्स में होता है।
  4. प्लॉटर (Plotter):
    यह एक विशेष प्रकार का प्रिंटर है, जो बड़े आकार के ग्राफ, मानचित्र और डिज़ाइन प्रिंट करता है। यह आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग में प्रयुक्त होता है।

आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर से प्राप्त जानकारी को उपयोगकर्ता के लिए उपयोगी बनाते हैं। ये डिवाइस जितने बेहतर होंगे, सूचना उतनी ही प्रभावी तरीके से प्रस्तुत की जा सकती है। आधुनिक युग में 3D प्रिंटर और VR हेडसेट जैसे आउटपुट डिवाइस तकनीकी विकास के नए आयाम प्रस्तुत कर रहे हैं।

प्रश्न-15. मल्टी मीडिया से आप क्या समझते हैं? मल्टी मीडिया परियोजना के विकास के चरण को समझाए।

उत्तर:- प्रश्न 2 सेक्शन स

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